रांची न्यूज डेस्क: रांची के रातू थाना क्षेत्र के बांधलता टोंगरी में बुजुर्ग बंधना उरांव की पत्थर से कूचकर की गई हत्या की गुत्थी आखिरकार पुलिस ने सुलझा ली है। इस हत्याकांड के पीछे जमीन को लेकर चल रहा विवाद और साजिश का खुलासा हुआ है। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें जमीन दलाल छोटू कच्छप और अघनु मुंडा के अलावा लोहरदगा के दो अपराधी अमन लकड़ा उर्फ अनीश उरांव उर्फ लंबू और कैलाश उरांव शामिल हैं।
ग्रामीण एसपी प्रवीण पुष्कर ने बताया कि बंधना उरांव की डेढ़ एकड़ जमीन को लेकर छोटू और अघनु ने सौदा किया था और एडवांस में उन्हें ढाई लाख रुपये दिए थे। बंधना ने जब बाकी पैसे मिलने से पहले जमीन पर काम रुकवा दिया, तो आरोपियों ने उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई। इसके लिए उन्होंने लोहरदगा के कुख्यात अपराधियों को छह लाख की सुपारी देने का वादा किया और दस हजार रुपये एडवांस में दे दिए।
31 मई की रात छोटू ने सभी आरोपियों को अपने घर बुलाया और बंधना उरांव को भी किसी बहाने से बुलाया गया। बातचीत के बाद जब बंधना वापस लौट रहा था, तभी रास्ते में उसकी गला दबाकर और पत्थर से कूचकर हत्या कर दी गई। अगले दिन 1 जून को उसका शव गांव के पास मिला। परिजनों की शिकायत पर मामला दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू की।
डीएसपी अरविंद कुमार के नेतृत्व में बनी विशेष टीम ने मोबाइल लोकेशन और कॉल रिकॉर्ड के आधार पर सभी आरोपियों को दबोच लिया। पूछताछ में सभी ने अपराध कबूल कर लिया है। पुलिस ने यह भी बताया कि मुख्य शूटर अमन पर पहले से ही कई संगीन मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या और लूट शामिल है, और वह पहले भी कई बार जेल जा चुका है।